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पेयजल किल्‍लत: मुख्यमंत्री और मंत्रियों के खिलाफ सोलन में गूंजे मुर्दाबाद के नारे, मटकी फोड़ कर प्रदर्शन

सोलन में पेयजल संकट पर भाजपा का जलशक्ति कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन
मुख्यमंत्री, जलशक्ति मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ लगे मुर्दाबाद के नारे
भाजपा ने इसे जल संकट नहीं, व्यवस्था संकट बताया; सड़कों पर उतरने की चेतावनी

हिमानी ठाकुर, सोलन


सोलन शहर में लगातार चल रही पेयजल किल्लत ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है। सोमवार को शहरी भाजपा मंडल ने रबौन स्थित जलशक्ति विभाग कार्यालय के बाहर जोरदार धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और इस संकट को ‘जल संकट नहीं, बल्कि व्यवस्था संकट’ करार दिया और मटके फोड़ कर विरोध जताया।

भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, जलशक्ति मंत्री मुकेश अग्निहोत्री, और स्थानीय विधायक एवं स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल के खिलाफ जमकर गुस्सा जाहिर किया और मुर्दाबाद के नारे लगाए। प्रदर्शन की अगुवाई शहरी भाजपा अध्यक्ष शैलेंद्र गुप्ता ने की, जिसमें बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता, स्थानीय नागरिक और पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप भी शामिल रहे।

शैलेंद्र गुप्ता ने कहा कि सोलन में दो-दो पेयजल योजनाएं – अश्विनी खड्ड और गिरी नदी आधारित – होने के बावजूद शहर प्यासा है। हर साल और हर मौसम में 12 महीनों तक पानी की किल्लत रहती है। यह स्थिति सिर्फ जल संकट नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही और विभागीय विफलता का परिणाम है।

प्रदर्शनकारियों ने राज्यपाल को जिला प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन भेजा जिसमें मांग की गई कि जलशक्ति एवं शहरी विकास विभाग के सचिवों की संयुक्त समिति बनाकर पूरे मामले की जांच करवाई जाए। दोषी अधिकारियों पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई हो और यदि कोई ठोस सुधारात्मक योजना है तो उसे जल्द अमल में लाया जाए।

जल संकट के नाम पर हर बार लीपापोती की जाती है लेकिन अब जनता के सब्र का बांध टूट चुका है। भाजपा ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो भाजपा उग्र आंदोलन करेगी और सड़कों पर उतरेगी। प्रदर्शन के दौरान स्थानीय जलशक्ति विभाग के अफसरों पर भी निष्क्रियता का आरोप लगाया गया।

पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप ने भी प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार विकास नहीं, घोषणाओं में व्यस्त है और जमीनी हकीकत से उसका कोई वास्ता नहीं। उन्होंने कहा कि सोलन जैसे प्रमुख शहर में पेयजल संकट शर्मनाक है और इसका राजनीतिक नहीं, प्रशासनिक समाधान चाहिए।

करीब दो घंटे चले इस विरोध प्रदर्शन में भाजपा ने सरकार के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोला और चेताया कि अब सोलन के प्यासे लोगों की आवाज को नजरअंदाज करना सरकार को भारी पड़ सकता है। इस मौके पर उपमहापौर मीरा आनंद, राजेश कश्‍यप, धर्मेंद्र ठाकुर, पार्षद सुषमा शर्मा, रजनी, रेखा साहनी, अमरदीप पांजा के अलावा सीमा, विवेक डोभाल, भरत साहनी, तरसेम भारती, अनिल कुमार, दिनेश शुक्‍ला, कर्म चंद शर्मा, शांता धीमान, क‍ृषणा ठाकुर, राजू कुंद्रा, जगदीश गर्ग, रचित साहनी, रेणु कलसी, संजीव मोहन, विशाखा, प्रियंक अग्रवाल, पूजा, विधि चंद शर्मा, सुभाष शर्मा, मुनी लाल परिहार, भूपेद्र ठाकुर, मुकेश शर्मा, जसवीर सिंह, उर्मिला चौहान, प्रिया, अभिषेक ठाकुर, कुलदीप गुप्‍ता, नेहा, अजय धीमान, बी एन बाली, संजय महाजन, गौरव राजपूत, शिशुपाल, नरेश गांधी, श्‍यामाजी भटनागर, मनीष, कृष्‍ण आर्यन और राकेश मेहता आदि मौजू रहे।